बरसात में होने वाली बीमारी और उनके नियंत्रण rainy season disease: symptoms and prevention tips

हेलो दोस्तों जैसा क्या आप लोग जानते हैं आजकल बरसात का मौसम चल रहा है और बारिश के मौसम में होने वाली नई-नई बीमरियां भी सामने आ रही है 
उन सभी बीमारियों के बचाव नियंत्रण के बारे में आज हम लोग चर्चा करते है 
और उन सभी बीमारियों से बचने के उपाय भी आज हम आप लोगों को बताएंगे कि कैसे बरसात के मौसम में उन सभी बीमारियों से बचा जा सकता है 
तो दोस्तों पहले हम आपलोगों को बताएंगे की बारिश में कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं 
बरसात के मौसम में होने वाली बमारियां: उनके लक्षण और बचाव 
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बरसात का मौसम आते ही चल चलती गर्मी से राहत मिलती है, हालांकि यह कई स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी लेकर आती है बढ़ती नमी स्थिर पानी और मच्छरों और अन्य रोगाणुओं के फैलने के कारण बरसात के मौसम में बीमारियां आम होती हैं इन आम बीमारियों के बारे में जागरूक होना और निवारक उपाय करना इस मौसम मैं आपके स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद कर सकता है 

डेंगू बुखार
बरसात के मौसम में डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलने वाला एक वायरल संक्रमण है। तेज बुखार, तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, चकत्ते और हल्का रक्तस्राव उसके कुछ लक्षण है।
रोकथाम के सुझाव 
👉 मच्छरदानी का प्रयोग करें 
👉 मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अपने घर के आसपास जमा पानी को हटा दे
 👉 लंबी आस्तीन वाले कपड़े पहने और कीट नाशकों का प्रयोग करे

मलेरिया 
मच्छरों द्वारा फैलने वाली एक बीमारी जो मानसून के मौसम में बढ़ जाती है मलेरिया। तेज बुखार (जो चक्रो में आता है), ठंड लगना और सर दर्द इसके लक्षण है 
रोकथाम के सुझाव 
👉 मच्छरदानी के नीचे सोए;
👉 अपनी त्वचा को ढकने के लिए लंबी पेंट और लंबी आस्तीन के कपड़े पहने 
👉 खुले त्वचा पर किट विकर्षक लगाए।

लेप्टोस्पायरोसिस 
लेप्टोस्पायरोसिस संक्रमित जानवरों के मूत्र से प्रदूषित पानी मेंबैक्टीरिया के कारण होता है। इसके लक्षणों में गंभीर सर दर्द, तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगना, आंखों मैं दर्द होना, पेट दर्द, आंखों का लाल होना पीलिया और दस्त शामिल है।
रोकथाम के उपाय 
👉 बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में चलने से बचे 
👉 पानी में चलते समय सुरक्षात्मक कपड़े और जूते पहने। 
👉 तेज पानी, मिट्टी या ऐसी वस्तुओं को छूने से बचे जो पशु मूत्र से दूषित हो सकती है।

टायफाइड फीवर 
टाइफाइड एक जीवाणु संक्रमण है जो दूषित भोजन और पानी से फैलता है। इसके लक्षणों में लगातार बुखार कमजोरी, पेट दर्द, सिर दर्द, और भूख ने लगना शामिल हैं।
रोकथाम के उपाय 
👉 उबालकर या जल शोधन का उपयोग करके सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करें
👉 हाथों की अच्छी स्वच्छता का अभ्यास करें 
👉 सड़क पर बिकने वाले भोजन से बच्चे और अच्छी तरह से पका हुआ भोजन खएं
 
हैजा 
हैजा एक गंभीर दोस्त संक्रमण है जो दूषित भोजन और पानी से फैलता है इसके लक्षणों में लगातार बुखार कमजोरी पेट दर्द, सिर दर्द, और भूख ने लगा शामिल है। इससे पानी जैसा दस्त और निर्जलीकरण होता है।
रोकथाम के उपाय 
👉 साफ और सुरक्षित पानी पीए।
👉 हाथों को नियमित रूप से पानी और साबुन से धोएं। 
👉 उचित तरीके से पका हुआ भजनखाएं और कच्चा और आधा पका हुआ भोजन खाने से बचे 

वायरल बुखार 
कई प्रकार के वायरस से होने वाला बुखार बरसात के मौसम में आम है इसके लक्षणों मैं बुखार शरीर में दर्द जोड़ों मे दर्द और थकान शामिल हैं 
रोकथाम के उपाय 
👉व्यक्तिगत स्वच्छता बनए रखें।
👉संक्रमित व्यक्तियों के सपर्क से बचे।
👉संतुलित आहार और पर्याप्त आराम लेकर अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाएं।

निष्कर्ष 
बारिश का मौसम खुशियां और स्फूर्ति लेकर आता है लेकिन बीमारियों से बचने के लिए अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। बारिश के मौसम में होने वाली आम बीमारी और उनके रोकथाम को समझना अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है। स्वास्थ्य बनाए रखना मच्छरों को भागने वाले उत्पादकों का प्रयोग करना। सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करना बाढ़ वाले इलाकों से बचाना जैसे सरल उपाय इन बीमारियों के जोखिम को काफी हद तक काम कर सकते हैं। जानकारी रखें सुरक्षित रहे और बारिश का मजा ले।

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